Top 10+ Shayari For Annual Function in Hindi 2024 में – Shayarian
“वर्षिक उत्सव के रंगों से सजीव,
हर दिल में बसी खुशियों की रीत सजीव।
मंच पर उमड़ती है रौनक बेनियाज़,
हर आवाज़ में छुपे हैं सपनों के सजीव।”
“विद्या के प्रेरणास्त्रोत से लब्धित,
हम सब एक साथ, साझा करते दिल की मित्रता।
प्रतियोगिता का माहौल तय करते हैं जीवन की रीत,
विशेष संदेशों से सजीव, उत्सव की शायरी मिलती रीत।”
“🌈 वर्षिकोत्सवाचं सजीव रंगोंचं खेळ,
हर्षाचं संगीत आणि संगीताचं तूफान।”
“💫 मंच रंगाचं, दिल रंगाचं,
सजीव उत्सवाचं हरीत क्षण।”
“🎊 सजीव उत्सव साजरा करूया,
भावनांचं रंगोळं सर्वत्र फूटून यायचं।”
“🚀 वर्षिक उत्सव सोडला नाही,
संपन्नतेचं प्रकाश आणि हर्षाचं रंग।”
“🎭 मंचावर जागा मिळवा, आपलं हरित क्षण,
सजीव उत्सवाचं आपलं नाव सुखाचं ध्वज।”
“🌟 हसायला लाखों, रुलायला लाखों,
वर्षिक उत्सव सजीव, हर्षाचं पर्व।”
“🎉 रंगीन पंधरा, उत्साहाचं मेळा,
वर्षिकोत्सव सजीव, हर्षाचं नृत्य।”
“🎶 सजीव उत्सव साजरा करूया,
गीतांचं सरगम, हर्षाचं तांडव।”
“संगीत की धड़कन, नृत्य की लहर,
छाया हर दिल पर, अद्वितीय यह महकावर।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में होती है यह भिन्नता,
सबकी रचती एक अनूठी कहानी, जो बनाती यह उत्सव की यात्रा सजीव।”
“अद्भुत पलों का संग्रह करती यह विशेष रात्रि,
यादों की डास्टिं बन जाती यह उत्सव की रीत सजीव।
आओ, मिलकर साथ बिताएं ये मधुर समय,
वर्षिक उत्सव की आधारभूत भावनाओं में बस जाएं हम एक सजीव।”
“आज फिर से आया है वो समय आवाज़,
जब सभी रंगीनी में ढल जाते हैं विचार।
मनोरंजन के उत्सव में बढ़ते हैं हम सब साथ,
गुनगुनाते हैं उत्सव की गीतों के सजीव बाज़।”
“सभी रसों का मिलन होता है यहाँ,
हँसी, खुशी, गम, और भी हर तरह की बातें यहाँ।
सबके हृदय में बसी एक जादूगरी भावना,
वर्षिक उत्सव की महकाती खुशबू, उत्सव की यात्रा सजीव।”
“स्कूल के कोने-कोने से आते हैं ये यथार्थ तारे,
छाये हुए हैं सपनों से आभूषित ये उत्सव के प्यारे।
प्रतियोगिताओं में होती है हंसी-मजाक की जंग,
उत्साह और मनोबल से भरी यह उत्सव की मित्रता सजीव।”
“आओ, आओ, साथ चलें इस संगीत की दुनिया में,
रचते हैं खुद को हम यहाँ, एक नई कहानी में।
उत्सव की महफिल में जुदा हो जाता समय,
पर यादें रह जाती हैं, उत्सव की रीत सजीव।”
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“पलकों की परदे में छुपी है ख़ूबसूरती ये यादें,
उत्सव की मिठास और गीतों की गूंज सजीव है बसे।
सबकी आँखों में बजती है वो राहत भरी हंसी,
उत्सव के रंगों से सजीव हो जाती दुनिया की सारी धारा।”
“नाचते-गाते बिताते हैं ये अनमोल पल,
उत्सव के रंगीन सफर में, हम सब हैं यारी में जुबां और भावनाओं की रचनाओं में जुदे।
सबकी रची हुई कहानियों का मिलन होता है यहाँ,
उत्सव की महक बनती है यादों की मिठास सजीव।”